SHRI RAJ SHAYAMAJI SADA SAHAAY
श्री राज श्यामाजी सदा सहाय
श्री रास
राग : आसावरी
SHRI RAAS
RAAG : AASAWRI
रेत रूडी छे आणी भोमे , ठेक मृग जेम दीजे रे ||
हे प्रियतम ! अब हम सब मिलकर उड़न खटोले ( लम्बी छलाँग ) की रामत खेलें | वृन्दावन की भूमि की रेत तो अति सुन्दर है | इसलिए हम उस रेत पर हिरन की भाँति छलांगें लगा सकेंगी |
O beloved ! Now let us all together play the game of flying machine ( long jump ) . Sand of land of Vrindavan is very beautiful . So we will be able to take a leap ( jump ) like a deer on that sand .
2. सखियो मनमां आनंदियो , ए रामतमां अति सुख |
साथ सहु रबदीने रमसुं , मारा वालाजी सन्मुख ||
इस बात को सुनकर सभी सखियाँ आनन्दित हो कहने लगी कि यह रामत बहुत सुखदायी है | इस खेल में तो हम प्रियतम धनी के साथ होड़ लगाकर खेल सकेंगी |
Hearing this all friends became happy and said that this game of love is very pleasant . In this game we will be able to play by competing with our beloved .
3. पहेलो ठेक दीधो मारे वाले , पछे जो जो ठेक अमारो |
तो मारा वचन मानजो रे सखियो , जो दंउ ठेक वालाजीथी सारो ||
अब इन्द्रावती कहती है , इस रामत में सर्व प्रथम प्रियतम छलाँगें लगाएँगें | इसके बाद तुम सभी मेरी छलाँग देखना | मेरी बात पर विश्वास करना , मेरी छलाँग प्रियतम से कहीं अधिक होगी |
Now Indravati says , In this game first of all beloved will take a leap ( jump ) . After this you all see my leap ( jump ) . Believe me , my leap will be way more than beloved .
4. जुओ रे सखियो तमे वालोजी ठेकतां , दीधी फाल अतिसारी |
निसंक अंग संकोडीने ठेक्यां , जाउं ते हुं बलिहारी ||
हे सखियो ! तुमने देखा न ! प्रियतम ने बड़े अच्छे ढंग से छलाँग लगाई | सचमुच उन्होंने अपने शरीर को सिकोड़कर अच्छी छलाँग लगाई | मैं उनकी इस छलाँग पर सब कुछ न्यौछावर करने के लिए तैयार हूँ |
O friends ! You saw ! Beloved took a leap in very good way . Really he contracted his body and did a good jump . I am ready to sacrifice everything on his this jump .
5. हाउं हाउं रे सखियो तमे ठेक वखाण्यो , ए तो दीधो लडसडतां रे |
एवा तो ठेक अमे सहु कोई देतां , सहेजे रामत करतां रे ||
बस , बस रे सखियो ! तुमने तो इस छलाँग की बहुत प्रशंसा की , किन्तु यह छलाँग तो प्रियतम ने लड़खड़ाते हुए लगाई थी | ऐसी छलाँगें तो हम खेलते हुए बड़ी सरलता से लगा लेती हैं |
Stop , stop friends ! You have praised this jump a lot , but beloved took this leap stumbling . We leap such jumps very easily while playing .
6. रहो रहो रे सखियो तमे ठेक वखाण्यो , हवे जो जो अमारो ठेक रे |
एवी तो फाल साथे केटलीक दीधी , तुं तो मोही उडाडतां रेत रे ||
इन्द्रावती कहती है , सखियो ! अब रुक जाओ प्रियतम के छलाँग की प्रशंसा भले ही की किन्तु अब मेरी छलाँग तो देखो | सखियों ने इस प्रकार की कई छलाँगें लगाई हैं , आपने तो केवल थोड़ी सी रेती ही उड़ाई है |
Indravati says , friends ! Wait you might have praised the jump of beloved but now look at my leap . Many such jumps have been made by friends , you have just flown a little sand only .
7. कोणे हंसिए कोणे वखाणिए , ए रामत थै अति रंग |
एणी विधे दीधा अमे ठेक , मारा वालाजीने संग ||
हम किसकी छलाँग पर हँसे और किसकी छलाँग की प्रशंसा करे ? यह खेल तो बहुत ही अच्छा रहा | इस प्रकार हमने प्रियतम के साथ कई छलाँगे लगाई |
On whose jump we should laugh and whose jump we should praise ? This game was extremely good . In this way many leaps we jumped with the beloved .
8. ए रामतडी जोई करीने , हवे निरतनी रामत कीजे |
रूडी रामत इन्द्रावती केरी , जेमां साथ वालो मन रीझे |
हे सखियो ! यह रामत देखकर अब नृत्य की रामत खेलें | इन्द्रावती की रामत बहुत अच्छी रही है जिससे प्रियतम एवं सखियों का मन प्रसन्न हुआ |
O friends ! Seeing this game of love now will play the game of love of dance . The game of love of Indravati was very good which made minds of beloved and friends happy .
PARNAMJI